नागालैंड की खूबसूरती पर्यटकों..छुट्टियां बिताने की खूबसूरत जगह नागालैंड
नागालैंड की खूबसूरती पर्यटकों..भारत का नागालैंड एक बहुत ही खूबसूरत राज्य है और भारत के पूर्वोत्तर का यह पहाड़ी क्षेत्र है जो पहाड़ियों व लुभावनी घाटियों के लिए काफी प्रसिद्ध है.
अगर आपका मन घूमने को कर रहा है तो खूबसूरत जगह नागालैंड आप अवश्य जायें क्योंकि यह एक पहाड़ी क्षेत्र है जो अपनी पहाड़ियों और लुभावनी घाटियों के लिए काफी प्रसिद्ध है. यहां का वातावरण एकदम शांत है जो हमारे मन को सुकून देता है और आप सारी टेंशन भूल जायेंगे. इस जगह की खूबसूरती पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है. आपको बता दें कि साल के माह अक्टूबर से जून के बीच यहां घूमना सबसे अच्छा रहता है.
विश्व युद्ध के इतिहास को याद दिलाता कोहिमा वार सेमेटेरी
यहां कोहिमा वार सेमेटेरी है जो विश्व युद्ध के इतिहास को याद दिलाती है। यह वार सेमेटेरी ब्रिटिश भारतीय और एएनजेडएसी सैनिकों के सम्मान में समर्पित किया गया है.
सांस्कृतिक राजधानी मोकोकचुंग
नागालैंड की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मोकोकचुंग है, यहां से ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और नदियों की ध्वनि सुनाई देती है. यह पारंपरिक भूमि त्यौहार के मौसम के दौरान और सुंदर हो जाती है. यह समुद्र तल से 1325 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. मोकोकचुंग का मौसम साल भर एक जैसा ही होता है. मोकोकचुंग सदाबहार मौसम के लिये जाना जाता है, यहां मौसम एक जैसा रहता है.
ईसाई धर्म को दर्शाता कैथोलिक चर्च
राजधानी कोहिमा के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से यह एक है. यह एक बहुत ही पुरानी बैपटिस्ट कैथेड्रल है. यह जगह ईसाई धर्म के महत्त्व को दर्शाती है. यह चर्च बहुत ही बड़ा है इसके जैसे आकार वाला चर्च आपको देखने नहीं मिलेगा. चर्च के अंदर की पेंटिंग बहुत ही खूबसूरत हैं. यह चर्च एक आकर्षक का केन्द्र हैं.
हर मौसम के फूलों के लिये प्रसिद्ध डूजुकू वैली
डूजुकू वैली नागालैंड की राजधानी कोहिमा से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह मनीपुर सीमा के पास है. यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हर मौसम के फूलों के लिये काफी प्रसिद्ध जगह है. अगर आप डूजुकू वैली घूमना चाहते हैं तो बसंत के मौसम में यहां जाईयेगा क्योंकि बसंत का मौसम यहां पर काफी अच्छा रहता है.
भारत बर्मा की सीमा पर स्थित नागा हिल्स
इसी स्थान से नागालैंड का नाम प्रसिद्ध हुआ, यह क्षेत्र नागा हिल्स 3825 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह भारत और बर्मा के सीमा पर स्थित है. आपको बता दें कि ‘नागा’ शब्द वहां के नागा लोगों के कारण रखा गया था, जिन्हे बर्मी भाषा में नागा या नाका बोला जाता है.
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