Dr. Kanchan Jaiswal: (ललितपुर)। दिनांक 20 जुलाई 2022 को डा. कंचन जायसवाल, सदस्य उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग द्वारा अपने भ्रमण कार्यक्रम के तहत मिशन शक्ति फेज-4 के अन्तर्गत सर्किट हाउस लोक निर्माण विभाग में महिला उत्पीड़न की समस्याओं के निस्तारण हेतु महिला जनसुनवाई एवं ग्राम लखनपुरा में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करने हेतु जनचौपाल का आयोजन किया गया। अपने भ्रमण कार्यक्रम के तहत सर्वप्रथम सदस्य महोदया ने सुदर्शन डिग्री कॉलेज बांसी में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके उपरान्त उन्होंने सर्किट हाउस लोक निर्माण विभाग में आयोजित जनसुनवाई में प्रतिभाग किया।
पुलिस अधिकारियों सहित अन्य अधिकारियों को शिकायतों के त्वरित निस्तारण के दिये निर्देश
Dr. Kanchan Jaiswal: जनसुनवाई में जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा बताया गया कि आज मिशन शक्ति फेज-4 के अन्तर्गत महिलाओं से सम्बधिंत विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ दिलाये जाने तथा महिला उत्पीड़न की रोकथाम व महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाये जाने के उद्देश्य एवं आवेदक, आवेदिकाओं की सुगमता की दृष्टि से आज इस जागरुकता शिविर, महिला जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके साथ ही यूपी शासन द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं यथा निराश्रित महिलाओं को पेंशन, वृद्वावस्था पेशन, आयुष्मान कार्ड बनवाये जाने, कन्या सुमंगला योजना से आच्छादित बालिकाओं को लाभ दिलाये जाने, बेटी बचाओं बेअी पढाओं योजना से जनपद ललितपुर की महिलाओं को लाभान्वित कराये जाने का कार्य किया जा रहा है।
Dr. Kanchan Jaiswal: शिकायतों को प्राथमिकता से निस्तारण के निर्देश दिए
सदस्य महोदया ने शिविर में आने वाली महिलाओं एवं शिकायतकर्ताओं को अपने समक्ष बुलाकर उनकी शिकायतों को गंभीरतापूर्वक सुना, साथ ही उनकी शिकायतों पर प्राथमिकता के साथ गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारण कराये जाने हेतु सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। आज के शिविर में कुल 06 शिकायतें प्राप्त हुईं, इस पर मा0 सदस्य महोदया ने सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को प्रार्थना पत्र सौंपतें हुये शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराने के निर्देश दिये।
महिलाओं के विकास एवं उनके सशक्तिकरण के लिए तत्पर है सरकार- डा. कंचन जायसवाल
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महिलाओं के विकास एवं उनके सशक्तिकरण के लिए पूर्ण रुप से प्रतिबद्ध है। उन्होंने पुलिस विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को महिलाओं से सम्बंधित समस्याओं पर प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि महिलाएं जटिल से जटिल समस्याओं का सामना करने के लिए स्वयं सक्षम हैं, इसके लिए महिलाओं को अपने अधिकारों की जानकारी होना अति आवश्यक है। महिलाएं अपने साथ होने वाले किसी भी प्रकार के उत्पीड़न को बर्दास्त न करें, बल्कि उसका डटकर सामना करें। महिलाओं के मौलिक अधिकारों की रक्षा हेतु महिला आयोग का गठन किया गया है।
उन्होंने महिलाओं को संदेश देते हुए कहा कि वे सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नम्बरों का लाभ लें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे यह सुनिश्चित करें कि महिला मदद व न्याय पाने के लिए इधर-उधन न भटकें। भारतीय संविधान में समानता की दृष्टि से महिला और पुरुष को समान मौलिक अधिकार प्रदान किये गए हैं, महिलाओं को भी समाज में पुरुषों के समान अधिकार प्राप्त हैं, इसलिए वह अपने अधिकारों के प्रति जागरुक रहें। उन्होंने बताया कि महिलाओं की सहायता हेतु आयोग द्वारा प्रत्येक समय नये-नये प्रयास किये जा रहे हैं।
यह अधिकारी रहे उपस्थित
इस अवसर पर सीएमएम डूडा राकेश त्रिपाठी, जिला प्रोबेशन अधिकारी नन्दलाल सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 राजेश भारती, जिला सूचना अधिकारी सुरजीत सिंह, पेनल एडवोकेट स्वतंत्र कुमार, सीडीपीओ खुशबू यादव, डीआईएसएम रामनारायण स्वामी, डीसी एसबीएम तबस्सुम, पुलिस आरक्षी जया यादव, डीसीजी बीएसए गौरव कुमार रावत, परामर्शदाता वन स्टोप सेंटर पूनम शर्मा, पूर्ति निरीक्षक ऋचा नगाइच, डब्ल्यूसीडी ममता श्रीवास, डब्ल्यूसीडी रागिनी प्रजापति, एलसीपीओ खुशबू जायसवाल, आंकड़ा विश्लेषक रमाकांत नगाइज सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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