पर्यावरण जल संरक्षण चेतना..परम्परागत जल श्रोतों को जिंदा करने पर दिया गया बल
(ललितपुर)। बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान ललितपुर द्वारा आयोजित पर्यावरण जल संरक्षण चेतना यात्रा जाखौरा एवं एवं तालबेहट ब्लाक के मनपुरा गुलेन्दा ग्राम में पहुँची।
ग्राम प्रधान एवं ग्रामीणों के साथ गोष्ठी का आयोजन किया गया। चेतना यात्रा में बुंदेलखंड सेवा संस्थान के सचिव वासुदेव सिंह ने कहा कि गाँव में गरीबी कम करना है पेयजल संकट से बचना है तो गाँव का पानी गाँव में खेत का पानी खेत में रोकना होगा और परम्परागत जल स्रोत तालाब नदी नालों कुआँ बावड़ी की रक्षा व पुनर्जीवन के लिए काम करना होगा।
समग्र विकास की कल्पना पूर्ण होगी
सरकार और समाज स्वयं सेवी संस्थाओं को मिल कर काम करना चाहिए तभी समग्र विकास की कल्पना पूर्ण होगी। वर्तमान सरकार अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों की गहराई और सुन्दरी करण के लिए बहुत अच्छा अवसर प्रदान किया है पंचायत की जिम्मेदारी है कि अपने गांव की भलाई के लिए पानी संरक्षण के लिए कार्य करें।
ग्राम प्रधान रूप सिंह ने कहा कि गाँव में पानी की बहुत समस्या है। अगर नहर से एक गूल गुलेन्दा तालाब तक बनवाने की आवश्यकता है जिससे गर्मी के मौसम में नहर से तालाब को भरा जा सके। सड़क मार्ग को बनवाने की जरूरत है ताकि आवागमन सहज हो सके।
जगदीश बलराम सुरेंद्र रामकिशन मुन्नालाल बिट्टी भूपेंद्र उम्मीद सुरेश चुन्नीलाल रामराजा राहुल अनुराग खरे अनिल आदि उपस्थित रहे। पर्यावरण मित्र के रुप में अपने गाँव में कार्य करने का संकल्प लिया गया।
चेतना यात्रा जखौरा चकनगवास सिरसी, रसोई, बनोली, मनगुंवा देलवारा, सिलगन होते हुए झारकोंन, रघुनाथपुरा,, हसारा, हरपुरा गाँव में पहुँच कर लोगों को जागरूक किया। झारकोंन प्रधान जगदीश सिंह ने भी अपने गाँव मे तालाब एवं बानई नदी पुनर जीवन करने का संकल्प लिया। प्रधान ने बताया कि मजरा हँसारा में 100 बच्चे निरक्षरता के अंधकार में डूब रहे हैं प्राथमिक विद्यालय खोलने के लिए जिला अधिकारी को पत्र लिखा है।
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