UP News: बीते 9 नवम्बर 2025 को उत्तर प्रदेश के झांसी में एक ऐसी प्रेम कहानी का अंत हुआ जिसने सभी सुनने वालों के दिलों को मायूस कर दिया। दरअसल इस दिन झांसी के विश्वविद्यालय के सामने ललितपुर के रहने वाले युवक मनीष साहू ने पहले अपनी प्रेमिका कृतिका चौबे के सीने में गोली मारी इसके तुरंत ही बाद उसने तमंचे से अपनी कनपटी में गोली मार ली। जिससे गोली मारने वाले मनीष साहू की तो तुरंत ही मौत हो गई,
जबकि कृतिका चौबे (22 वर्षीय) को सीने में गोली लगी जिस कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल प्रेमिका का उपचार इस समय भोपाल एक्स में चल रहा है, जहां पर युवती जिंदगी की लड़ाई लड़ रही है। 7 वर्ष पहले जिस युवक (25 वर्षीय) मनीष साहू ने उसे बेपनाह मोहब्बत की थी, उसी ही गोली मार देगा, इस बारे में घायल कृतिका ने कभी भी सपने में भी नहीं सोचा होगा।
जबकि सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि यह गोलीकांड 9 नवंबर के दिन हुआ। दरअसल ये वही दिन है, जब 7 साल पहले ललितपुर की रहने वाली कृतिका और ललितपुर का ही रहने वाला मनीष साहू के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हुआ था और धीरे-धीरे इन दोनों का प्यार इतना परवान चढ़ा की वह एक दूसरे से बेइंतहा प्यार करने लगे। अब 7 साल बाद इस प्रेम कहानी का खुद प्रेमी युवक ने खूनी अंत कर दिया।
प्रेमिका की मोहब्बत में मनीष ने अपनी पत्नी तक को छोड़ दिया था
जानकारी के मुताबिक बता दें कि मनीष साहू की शादी उसके परिवार वालों ने कर दी थी, लेकिन मनीष पहले से ही कृतिका से वेपनाह मोहब्बत करता था और वह उसे भूल ना पाया था। प्रेमिका के प्यार में मनीष ने शादी के 2 महीने बाद ही अपनी पत्नी को छोड़ दिया था और फिर वह अपने घर से बाहर निकल गया था। साथ ही परिवार वालों ने भी मनीष से सभी रिश्ते खत्म कर दिये थे।
जबकि मनीष की शाद होने के बाद कृतिका ने भी उससे दूरी बनानी शुरू कर दी थी। लेकिन मनीष को यह बात बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रही थी। इसी वर्ष कृतिका ने बुंदेलखण्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए कोर्स में एडमिशन लिया था। वह प्रथम वर्ष की छात्रा है। बताया जा रहा है कि मनीष दिवाली के बाद से ही युवती से बात करना चाह रहा था। लेकिन कृतिका बात नहीं कर रही थी। इसी बीच कल यानि 9 नवंबर के दिन उसने किसी तरह युवती को मिलने के लिए विश्वविद्यालय के पास बुलाया था।
वर्ष 2018 में शुरू हुई थी दोनों की लव स्टोरी
कृतिका चौबे और मनीष साहू दोनों ही प्रेमी युगल जनपद ललितपुर के अर्न्तगत आने वाले मोहल्ला तालाबपुरा के रहने वाले हैं। मनीष के पिता का नाम बिहारी लाल है, जबकि कृतिका के पिता का नाम गौरीशंकर चौबे है। बताया गया है कि वर्ष 2018 में दोनों की मुलाकात हुई थी। दोनों की ये मुलाकात उसी वर्ष दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई। दोनों का प्यार इतना गहरे पायदान पर पहुंचा कि वह जीने मरने की कसमें खा बैठे। इसी बीच कुछ ऐसा समय का चक्र चला कि मनीष कुछ काम में व्यस्त हो गया। वह सरकारी विभाग में गाड़ी चलाने लगा।
जब मनीष के परिवार वालों को कुछ शक हुआ तो उन्होंने उसकी शादी करवा दी। लेकिन मनीष इस शादी के साफ-साफ खिलाफ था। मनीष की शादी होने के 2 महीने बाद ही उसने अपने शादीशुदा रिश्ते को समाप्त कर दिया और भरी पंचायत में तलाक ले लिया। फिर मनीष के परिजनों ने भी उससे पूरी तरह रिश्ता तोड़ लिया था। पिछले 6 माह से मनीष कहां था इसके बारे में उसके परिजनों को कुछ भी पता नहीं था। जबकि आपको यह भी बता दें कि मनीष का एक भाई भी था जिसकी मौत कोरोनाकाल में हो गई थी और मनीष की भी मौत हो गई।
कृतिका चौबे के सीने को चीरती निकली गोली
डाक्टरों के मुताबिक बता दें कि कृतिका को जब मनीष ने गोली मारी तो वह सीने के दांए हिस्से को चीरते हुए पीठ के रास्ते से बाहर निकल गई। लेकिन गोली का हिस्सा अभी कृतिका की रीढ़ की हड्डी में फंसा हुआ है। जिस कारण से युवती की हालात अभी नाजुक बनी हुई है।
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अर्जुन झा एक अनुभवी लेखक और डिजिटल पत्रकार हैं, जो राजनीति, सरकारी योजनाओं, शिक्षा और करियर से जुड़ी ख़बरों में गहरी रुचि रखते हैं। इनका उद्देश्य है लोगों तक सही, सटीक और समय पर जानकारी पहुँचाना। Len News के माध्यम से इन्होंने हज़ारों पाठकों को सरकारी अपडेट, योजना फॉर्म और रोजगार संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई है।

