LUCC Chitfund Cash Lalitpur: LUCC चिटफंड कंपनी से जुड़ा मुख्य आरोपी रवि तिवारी चढ़ा पुलिस के हत्थे, गिरफ्तार, 2 करोड़ से अधिक की महंगी गाड़ियां भी हुई बरामद

LUCC Chitfund Cash Lalitpur: अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन कानपुर एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक झांसी, परिक्षेत्र झांसी के निर्देश के क्रम में, पुलिस अधीक्षक, ललितपुर के निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक, ललितपुर एंव क्षेत्राधिकारी सदर के निकट पर्यवेक्षण में, अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना कोतवाली पुलिस द्वारा मु0अ0सं0 686/2024 ,687/2024 ,688/2024 सम्वन्धित धारा
111/318/336(3)/340(2)/61(2) बी0एन0एस0 व मु0अ0सं 647/2024 धारा 111/318/336(3)/340(2)/352/351(3)/61(2) बीएनएस व 612/2024 धारा 111/318/61(2)/352/351(3) बीएनएस थाना कोतवाली ललितपुर से सम्बन्धित अभियोग में LUCC के मास्टर माइण्ड अभियुक्त  रविशंकर तिवारी पुत्र तिलकराम तिवारी उम्र करीब 35 वर्ष नि0 लेखपाल कालोनी रामनगर थाना कोतवाली जनपद ललितपुर हाल पता 20 गीत ग्रीन कालोनी करोंद थाना निशादपुरा जिला भोपाल म0प्र0 को 27.08.2024 को मसौरा बैरियर के पास से हिरासत पुलिस लेकर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।

LUCC Chitfund Cash Lalitpur: घटना का संक्षिप्त विवरण

थाना कोतवाली पर शिकायतकर्ताओं के द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्रों के आधार पर अभियुक्तगण रवि तिवारी, जगत सिंह, आलोक जैन, आदि द्वारा एक संगठित गिरोह बनाकर अपने आर्थिक लाभ के लिये LUCC नाम की एक चिटफंड कम्पनी के माध्यम से धोखाधड़ी कर षड्यन्त्र पूर्वक कूटरचित दस्तावेज तैयार करते हुये विभिन्न व्यक्तियों के रूपये लेकर हड़प लेना एवं प्रार्थीगणों द्वारा अपना रूपया वापस मांगने पर टाल-मटोल करते हुये गाली-गलौच करना तथा जान से मारने की धमकी देने के सम्बन्ध में सूचना दी गयी थी।
इस सूचना पर थाना कोतवाली पुलिस द्वारा सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किये गये थे तथा 8 अभियुक्तों 1.नीरज जैन 2 जगत सिंह 3.आलोक जैन 4.राहुल तिवारी 5. रामनरेश साहू  6. द्वारिकाप्रसाद झाँ 7. सुरेन्द्र पालसिंह 8. महेश प्रसाद रजक को पूर्व में नियमानुसार गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है।
उपरोक्त प्रकरण की गंभीरता व व्यापकता को देखते हुए गुणवत्तापूर्ण विवेचनात्मक कार्यवाही व वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन हेतु जनपद स्तरीय SIT टीम गठित की गयी । अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु 35 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया था। सर्विलांस(मैनुअली/टैक्नीकल), वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन व अन्य एकत्रित साक्ष्यों की मदद से अभियुक्त रविशंकर तिवारी  उपरोक्त को नियमानुसार गिरफ्तार किया गया ।

LUCC Chitfund Cash Lalitpur: पूछतांछ का विवरण

अभियुक्त रविशंकर तिवारी उपरोकत ने पूछने पर बताया कि साहब  पहले मेरी आर्थिक स्थिति सही नही थी । जब में कक्षा 12 वीं पढ़ता था तब आलोक जैन के माध्यम से मै एडवान्टेज नामक कम्पनी में जुडा था। फिर मैने उसी कम्पनी के माध्यम से ललितपुर में एडवान्टेज कम्पनी में लोगो को लुभावनी, लालच भरी स्कीमे बताकर जोडना शुरू कर दिया और मुझे मोटा कमीशन मिलने लगा जिससे मेरा लालच बढने लगा और मैने वर्ष 2009 से वर्ष 2012 के बीच चली
एडवान्टेज कम्पनी में करीब 6 करोड़ रूपये का निवेश लोगो को गुमराह करके करा दिया था और मोटा कमीशन कमाया था जब इस कम्पनी में लोगो के रूपये वापस करने का समय आया तो समीर अग्रवाल ने इस कम्पनी को बंद कर दिया ताकि निवेशकों का पैसा न देना पड़े। फिर समीर अग्रवाल ने आप्सन वन नामक कम्पनी वर्ष 2012 में बनायी जिसमें मैने लोगो का करीब 50-60 करोड़ रूपये का निवेश कराया और मोटा कमीशन कमाया, जब लोगो के रूपये वापस करने का समय आया तो समीर अग्रवाल ने फिर इस कम्पनी को वर्ष 2016 में बंद कर दिया ताकि निवेशकों का पैसा न देना पड़े।
साहब समीर अग्रवाल ने LUCC नाम से एक अलग  चिटफण्ड नाम की कम्पनी बनवाई। उसने जानबूझकर इस कम्पनी में अलग -अलग राज्यो के लोगो के आधार कार्ड, पैन कार्ड का दुरपयोग करके इस कम्पनी के डायरेक्टर व अन्य महत्वपूर्ण पद दे दिये थे। लेकिन पूरी कम्पनी का संचालन समीर अग्रवाल व उसके मुम्बई, इन्दौर, लखनऊ व अन्य राज्यो व जिलों से जुडे हुए लोगो के द्वारा किया जाता था जिसमें मैं , आलोक जैन, व अन्य हमारे सभी साथी मंहगे- मंहगे होटले में सेमिनार का आयोजन करते थे।
वहां पर लोगो को हम लोगो लालच देकर विदेश में ले जाकर घुमाते भी थे ताकि लोगो को लगे कि हमारी कम्पनी सही कम्पनी है और इसमे ज्यादा से ज्यादा लोगो को जोडने पर रातो रातो अमीर बना जा सकता है । सेमिनार में हम लोग महगी गाडियो का भी लालच देते थे कि गाडियां आपको मुफ्त में मिल जायेगी और हम लोग मंहगे कपड़े, और होटलो में खाना मुफ्त में खिलाते थे ताकि लोग हम लोगो से जुड़ सके।
इस सोसायटी के माध्यम से पांच वर्ष में निवेशित धनराशि डबल होने के बारे में जानकारी देते थे  और लोगो को बताते थे कि सोसायटी में निवेश की गयी धनराशि को गोल्ड माइन्स एडवर्टाइजमेन्ट कम्पनी, लोहे की खदान, तेल के कुंए में लगाने की बात हम लोग बताते थे । और इस बात का भी विश्वास देते थे कि आप लोगों द्वारा निवेश किये गये एवं कराये जा रहे धन को शत प्रतिशत सुरक्षित किया गया है और वह बहुत जल्दी ही डबल हो जायेगा। हमारी कम्पनी में अलग-अलग स्कीम के माध्यम से लोगो को जुडने कि लिये प्रेरित करते थे।
मैंने अलग-अलग स्कीमों में अलग-अलग राज्यो और अलग-अलग जिलो में जैसे ललितपुर, टीकमगढ, सागर, अशोक नगर, झांसी एवं विदिशा में अपना नेटवर्क स्थापित करते हुए निवेशकर्ताओं को लाभान्वित करने का विश्वास दिलाकर लगभग 300 करोड रुपये से अधिक का निवेश कराया है। मैंने इस कारोबार में धन की मोटी आमद को देखते हुए अपने भाई राहुल तिवारी एवं विनोद तिवारी को भी लगाकर अपने कार्यक्षेत्र में इजाफा किया जिसके एवज में मुझे अब तक करोड़ों रुपये कमीशन के रूप में प्राप्त हो चुके है।
कम्पनी द्वारा 10 अलग -अलग ग्रुप बनाये गये हैं जिसमें अल्टो ग्रुप, स्कार्पियों ग्रुप, एक्सयूवी ग्रुप, आदि हैं। जिसका लालच देकर के हम लोग भोले-भाले लोगो को  पैसा जमा कराने  के लिये प्रेरित करते हैं कि आप लोगो को भी यह मंहगी गाडियां मिल सकती है। साहब मैने अपने भाईयों व परिवारो के अन्य सदस्यो के नाम पर नई कम्पनी बनाकर के कई करोड का होटल, प्लाट, जमीने मैने ललितपुर, भोपाल, इन्दौर आदि जगह खऱीदी हैं।
साहब हम लोगो  की कम्पनी में कई राज्यों के हजारो लोग जुडे हुए हैं और कई राज्यों में हमारी कम्पनी काम रही है और जब भी निवेशक पैसा मांगते है तो  हम लोग कम्पनी का नाम और अपने कार्यालय लगातार बदलते रहते है जिससे पकड़े न जाये और जब भी कोई शिकायत करता है तो उसका रूपया देकर हम लोग आसानी से बच जाते है। इसी कम्पनी के माध्यम से कमाये हुए करोड़ो रूपयों से मैने विलासतापूर्ण जीवन जिया है, करोड़ों रूपये की गाडियां खरीदी हैं  तथा ललितपुर, भोपाल, इन्दौर, आदि शहरो में करोड़ो रूपये की जमीन/प्लाट खरीदे हैं व बैंक बैलेंस कर रखा है । साहब मुझसे गलती हो गयी हमे मांफ कर दीजिये।

बरामदगी का विवरण 

चार अदद चार पहिया वाहन
1- मर्सडीज कार जिसका नम्बर  HP 91  6429
2- फार्चुनर गाडी जिसका नम्बर MP 04 CQ 6161
3- ALCAZAR रंग काला नम्बर MP-04 EC- 9157
4- MP 04 CQ 6161 I-20 SPORT  रंग सफेद मय चाभियो के,
5- 01 अदद पारर्दशी प्लास्टिक के डब्बे मे बरामदशुदा माल 10000रू0 ,
6- एक अदद सफेद धातु की चेन मय लाकेट,
7- CASIO G-SHOCK कम्पनी की घडी
8- LUCC कम्पनी से सम्बन्धित दस्तावेज, नौ अदद भिन्न भिन्न लोगो के विजटिंग कार्ड ,
9- 01 आधार कार्ड ,एक अदद पैन कार्ड ,

अभियुक्त का आपराधिक इतिहास

1-मु0अ0सं0 612/2024 धारा 111, 318, 61 (2), 352, 351 (2) बी०एन०एस० थाना कोतवाली जनपद ललितपुर।
2-मु0अ0सं0 647/2024 धारा 111, 318, 336(3), 340(2), 352, 351(3) बी०एन०एस० थाना कोतवाली जनपद ललितपुर।
3-मु0अ0सं0 448/2018 धारा 404, 420, 468, भादवि थाना कोतवाली जनपद ललितपुर।
4-मु0अ0सं0 2912/2017 धारा 147, 323, 342, 504, 506, भादवि थाना कोतवाली जनपद ललितपुर।
5- मु0अ0सं0 686/2024 धारा 111, 318, 336(3), 340(2), 61 (2) बी०एन०एस० थाना कोतवाली जनपद ललितपुर।
6-अ0सं0 687/2024 धारा 111, 318, 336(3), 340 (2), 61 (2) बी०एन०एस० थाना कोतवाली जनपद ललितपुर।
7-अ0सं0 688/2024 धारा 111, 318, 336(3), 340(2), 61 (2) बी०एन०एस० थाना कोतवाली जनपद ललितपुर।
8-अ0सं0 204/2024 धारा 111, 316(2). 318(4), 338, 336(3), 340(2), 351(2), 61(2) बी०एन०एस० थाना जखौरा जनपद ललितपुर ।
9-अ0सं0 261/2024 धारा 111, 318, 336(3), 340(2), 61(2), 356 (3) बी०एन०एस० थाना तालबेहट जनपद ललितपुर।
10.मु0अ0सं0 649/2024 धारा 111/ 318/61(2)/351(2) बी०एन०एस० थाना कोतवाली टीकमगढ म0प्र0
11.मु0अ0सं0 650/2024 धारा 111/ 318/61(2) बी०एन०एस० थाना कोतवाली टीकमगढ म0प्र0
12.मु0अ0सं0 651/2024 धारा 111/ 318/61(2) बी०एन०एस० थाना कोतवाली टीकमगढ म0प्र0
13.मु0अ0सं0 652/2024 धारा 111/ 318/61(2) बी०एन०एस० थाना कोतवाली टीकमगढ म0प्र0

गिरफ्तार करने वाली टीम 

1. रमेश चन्द्र मिश्रा प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली ललितपुर मय टीम।
2. प्रभारी साइबर क्राइम थाना मय टीम जनपद ललितपुर।
3.  प्रभारी स्वाट/सर्विलांस मय टीम जनपद ललितपुर।

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