PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना देश के करोड़ों किसानों के लिए बहुत बड़ी आर्थिक सहायता योजना है। हर चार महीने में किसानों के खाते में 2,000 रुपये की किस्त भेजी जाती है। हाल ही में योजना की 21वीं किस्त 19 नवंबर को जारी की गई, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर किया। इस बार 9 करोड़ से अधिक किसानों को यह राशि मिली है। लेकिन इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर यह है कि 35 लाख से ज्यादा किसानों के नाम लिस्ट से हटा दिए गए हैं, जिसके कारण वे इस किस्त से वंचित रह गए।
क्यों हटाए गए इतने किसानों के नाम?
कई राज्यों में मिले आंकड़ों के अनुसार, इस बार पीएम किसान योजना में बड़ी संख्या में ऐसे लाभार्थी मिले जो पात्रता के नियमों को पूरा नहीं करते थे। हाल ही में सरकार ने करीब 31 लाख संदिग्ध लाभार्थियों की सूची तैयार की थी। ये वे लोग थे जो गलत तरीके से या अधूरे दस्तावेजों के आधार पर किस्त का लाभ ले रहे थे। जाँच में गलती पाए जाने पर इन्हें लाभार्थी सूची से हटा दिया गया।
नाम कटने के प्रमुख कारण:
1. एक ही परिवार में पति-पत्नी दोनों पैसा ले रहे थे
योजना में परिवार के केवल एक ही सदस्य को लाभ मिलता है। कई जगह पति-पत्नी दोनों ही रुपए ले रहे थे।
2. परिवार का नाबालिग सदस्य भी योजना का लाभ ले रहा था
पीएम किसान योजना का लाभ केवल 18 वर्ष से अधिक आयु वाले किसान को मिलता है।
3. ई-केवाईसी (eKYC) पूरा नहीं किया गया
योजना में eKYC अनिवार्य है। जिन किसानों ने समय पर eKYC नहीं कराई, उनका नाम सूची से हटा दिया गया।
4. फार्मर आईडी नहीं बनवाई
सरकार ने किसानों के लिए Farmer ID बनवाना आवश्यक किया है। कई किसानों ने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की, जिससे वे अपात्र हो गए।
5. जमीन रिकॉर्ड में गलती या दस्तावेज अधूरे
भू-अभिलेख में मिलान न होना या गलत जानकारी दर्ज होना भी नाम कटने का कारण है।
कितने किसानों के नाम हटे?
20वीं और 21वीं किस्त के आंकड़ों की तुलना करें तो स्थिति साफ होती है:
- 20वीं किस्त के समय: 9,71,41,402 किसान
- 21वीं किस्त में: 9,35,53,157 किसान
- कुल 35,88,245 किसानों के नाम हटे
सबसे अधिक प्रभाव उत्तर प्रदेश पर पड़ा है, जहां लगभग 19 लाख किसानों के नाम कट गए। अन्य राज्यों में भी लाभार्थियों की संख्या में गिरावट देखी गई है, जो यह दर्शाता है कि सरकार इस योजना में सख्ती से सत्यापन कर रही है।
अगर आपका नाम कट गया है तो क्या करें?
अगर आपकी किस्त नहीं आई है या पोर्टल पर “नाम हटा दिया गया” दिख रहा है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। नीचे दिए गए स्टेप्स अपनाकर आप अपना नाम फिर से जोड़ सकते हैं।
1. तुरंत eKYC पूरा करें
- पीएम किसान पोर्टल पर जाकर आधार OTP या बायोमेट्रिक के जरिए eKYC पूरी करें।
- eKYC पूरा न होने पर किस्त रोक दी जाती है।
2. Farmer ID बनवाएं
- डिजिटल किसान आईडी बनवाना अनिवार्य है।
- इसे CSC केंद्र, कृषि विभाग या ऑनलाइन माध्यम से बनवाया जा सकता है।
3. गलत तरीके से लाभ ले रहे सदस्य का लाभ सरेंडर करें
अगर परिवार में:
- पति-पत्नी दोनों लाभ ले रहे हैं
- या कोई नाबालिग सदस्य लाभ ले रहा है
- तो तुरंत किसी एक का लाभ PM-KISAN पोर्टल पर Surrender कर दें।
4. दस्तावेज वेरिफिकेशन कराएं
संबंधित कृषि विभाग कार्यालय जाकर:
- आधार
- बैंक पासबुक
- जमीन रिकॉर्ड
- eKYC स्थिति की जाँच कराएं।
5. आवेदन की शिकायत दर्ज करवाएं
अगर आपको लगता है कि आपका नाम गलती से हट गया है, तो:
- नजदीकी कृषि कार्यालय में शिकायत करें
- पोर्टल पर “Help Desk” विकल्प का भी उपयोग कर सकते हैं।
क्या दोबारा योजना में नाम जोड़ सकते हैं?
हां, बिल्कुल!
अगर आप पात्रता की शर्तें पूरी करते हैं, तो आप दोबारा योजना में शामिल हो सकते हैं।
सबसे अच्छी बात यह है कि अगर आपका नाम फिर से जुड़ जाता है, तो पिछली रुकी हुई किस्तें भी मिल जाती हैं! यानी आपको वही 2,000 रुपये ही नहीं, बल्कि पिछली सभी किस्तें भी वापस मिल सकती हैं।
अंत में एक जरूरी सलाह
यदि आपकी जानकारी अपडेट नहीं है eKYC अधूरी है, Farmer ID नहीं बनी है, या आपके दस्तावेज गलत हैं तो आपकी अगली किस्त भी रुक सकती है। इसलिए समय पर सभी अपडेट कराना बेहद जरूरी है।
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अर्जुन झा एक अनुभवी लेखक और डिजिटल पत्रकार हैं, जो राजनीति, सरकारी योजनाओं, शिक्षा और करियर से जुड़ी ख़बरों में गहरी रुचि रखते हैं। इनका उद्देश्य है लोगों तक सही, सटीक और समय पर जानकारी पहुँचाना। Len News के माध्यम से इन्होंने हज़ारों पाठकों को सरकारी अपडेट, योजना फॉर्म और रोजगार संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई है।

