Solar Rooftop Subsidy Yojana: आज के समय में बिजली का बढ़ता बिल हर परिवार की चिंता बन चुका है। चाहे गर्मी का मौसम हो या सर्दी का, बिजली की जरूरत लगातार बढ़ रही है। पंखा, एसी, हीटर, फ्रिज और अन्य घरेलू उपकरणों के कारण मध्यम वर्ग के परिवारों को हर महीने हजारों रुपये का बिजली बिल चुकाना पड़ता है। इसी समस्या को कम करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत घर की छत पर सोलर पैनल लगवाने पर सरकार सब्सिडी देती है, जिससे सोलर सिस्टम की लागत काफी कम हो जाती है और बिजली का बिल लगभग खत्म हो सकता है।
सोलर ऊर्जा क्यों है फायदेमंद विकल्प
सोलर एनर्जी एक प्राकृतिक और न खत्म होने वाला ऊर्जा स्रोत है। सूरज की रोशनी से बनने वाली बिजली न सिर्फ मुफ्त होती है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित मानी जाती है। सोलर पैनल लगाने के बाद लंबे समय तक बिजली खर्च में भारी कमी आती है। कई घरों में तो बिजली का बिल शून्य के बराबर हो जाता है। इसके अलावा सोलर एनर्जी से किसी तरह का धुआं या प्रदूषण नहीं होता, जिससे वातावरण साफ रहता है और भविष्य की पीढ़ियों को सुरक्षित पर्यावरण मिलता है।
पीएम सूर्य घर योजना से मिलने वाले मुख्य लाभ
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सोलर सिस्टम की उम्र 20 से 25 साल तक होती है
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सरकारी सब्सिडी से शुरुआती खर्च कम हो जाता है
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3 से 5 साल में लागत की भरपाई हो जाती है
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लंबे समय तक लगभग मुफ्त बिजली मिलती है
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अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर आय भी संभव
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बिजली कटौती की समस्या से राहत
कौन उठा सकता है योजना का फायदा
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी शर्तें हैं:
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आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए
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उसके नाम पर घरेलू बिजली कनेक्शन होना जरूरी है
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घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की पर्याप्त जगह हो
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छत पर सीधी धूप आती हो
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पहले इस योजना का लाभ न लिया हो
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किराए के मकान में रहने वालों को मकान मालिक की अनुमति जरूरी
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
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आधार कार्ड
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पैन कार्ड
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हाल का बिजली बिल
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बैंक पासबुक या कैंसिल चेक
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निवास प्रमाण पत्र
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पासपोर्ट साइज फोटो
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मोबाइल नंबर
सब्सिडी कितनी मिलती है
सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी सोलर सिस्टम की क्षमता पर निर्भर करती है।
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1 से 3 किलोवाट सिस्टम: लगभग 40% तक सब्सिडी
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3 से 10 किलोवाट सिस्टम: अधिकतम करीब 78,000 रुपये तक सब्सिडी
यह राशि सीधे बैंक खाते में DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के जरिए भेजी जाती है।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
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आधिकारिक पीएम सूर्य घर पोर्टल पर जाएं
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नया रजिस्ट्रेशन करें
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बिजली उपभोक्ता नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें
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लॉगिन कर आवेदन फॉर्म भरें
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छत की जानकारी और सिस्टम क्षमता चुनें
इंस्टॉलेशन और जांच प्रक्रिया
आवेदन स्वीकृत होने के बाद सरकार से मान्यता प्राप्त विक्रेता द्वारा सोलर सिस्टम लगाया जाता है। आमतौर पर कुछ ही दिनों में इंस्टॉलेशन पूरा हो जाता है। इसके बाद नेट मीटर लगाया जाता है और अधिकारी द्वारा जांच की जाती है। सब कुछ सही पाए जाने पर प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद आमतौर पर 30 दिनों के भीतर सब्सिडी की राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।
यह जानकारी सामान्य उद्देश्य के लिए है। योजना से जुड़ी शर्तें और नियम समय-समय पर बदल सकते हैं। आवेदन से पहले हमेशा आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी की पुष्टि करें। किसी भी अनधिकृत एजेंट या दलाल से बचें और केवल सरकारी मान्यता प्राप्त विक्रेता से ही सोलर सिस्टम लगवाएं।
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अर्जुन झा एक अनुभवी लेखक और डिजिटल पत्रकार हैं, जो राजनीति, सरकारी योजनाओं, शिक्षा और करियर से जुड़ी ख़बरों में गहरी रुचि रखते हैं। इनका उद्देश्य है लोगों तक सही, सटीक और समय पर जानकारी पहुँचाना। Len News के माध्यम से इन्होंने हज़ारों पाठकों को सरकारी अपडेट, योजना फॉर्म और रोजगार संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई है।