Summer Special: ओडिशा की प्राकृतिक सुंदरता

Summer Special – प्राकृतिक वातावरण में अनेक प्रकार की वनस्पतियों और जीवजंतुओं को फलते फूलते देखने का आनंद लेना है, तो जाइए प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर ओडिशा में.

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इंडिया में कुछ ही घूमने के लिये पर्यटन स्थल ऐसे हैं जो संस्कृति व विरासत के मामले में बेहतर हैं. हम बात कर रहे हैं ओडिशा राज्य की. आप को जानकारी होने पर हैरानी होगी कि ओडिशा में 3 ऐसे प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं जिनमें चिलका झील, मितरकर्णिका वन्यजीव अभयारण्य, तथा ऐतिहासिक शहर भुवनेश्वर को संयुक्त राष्ट्र वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन यानी यूनेस्को की ऐतिहासिक धरोहरों की सूची में शामिल किया गया है.

Summer Special – आपको बता दें कि ओडिशा का हरित वन आवरण फलफूलों तथा पशुपक्षियों की व्यापक किस्मों के लिए प्रसिद्ध है वहीं क्षेत्र में चित्रलिखित सी पहाडियों तथा घाटियों के मध्य अनेक चौंका देने वाले जल प्रपात तथा नदियां हैं जो पूररे विश्व के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. करीबन 500 किलोमीटर तटरेखा वाले ओडिशा राज्य में जहां चांदीपुर तट, बालेश्वर तट, कोणार्क तट, पारद्वीप तट, पुरी तट हैं जो उत्तर भारत के पर्यटकों को अनुभव देते हैं। ओड़िसा में ही लहलहाते हरित वन आवरण, प्राकृतिक सौंदर्य, फलफूलों तथा पशुपक्षियों की मेजबानी करते अभयारण्य, जैसे चिलका झील पक्षी अभयारण्य हैं, नंदन कानन अभयारण्य, जो वनस्पतियों और जीवजंतुओं को कुदरती वातावरण में फलने फूलने का मौका देते हैं.

सैकड़ों पक्षियों का आश्रय चिलका झील

विश्व के एशिया की सब से बड़ी खारे पानी की झील चिलका है, यहां पर सैकड़ों पक्षियों को आश्रय देने के साथ साथ भारत के उन कुछेक स्थानों में से है जहां आप डौल्फिन का दीदार भी कर सकते हैं. ओड़िसा राज्य के समुद्रतटीय हिस्से में फैली यह झील अपनी खूबसूरती एवं वन्य जीवन के लिए काफी प्रसिद्ध है. अफ्रीका देश की विक्टोरिया झील के बाद यह दूसरी झील है, जहां पक्षियों का इतना बड़ा जमघट लगा रहता है. चिलका झील ओडिशा की एक ऐसी सैरगाह है जिसे देखे बिना ओडिशा की यात्रा पूरी नहीं हो सकती.

Summer Special – प्राकृतिक खूबसूरत स्थान फूलबानी

देश के मध्य ओडिशा राज्य में फूलबानी शहर बसा हुआ है, यह प्राकृतिक दृष्टि से काफी खूबसूरत स्थान है. इसके चारों तरफ पहाड़ों से घिरे फूलबानी के 3 ओर पिल्लसंलुकी नदी बहती है. फूलबानी, कंधमाल जिले का मुख्यालय है जहां आकर पर्यटकों को सुकून मिलता है. यहां की पहाडियों की चोटियों से फूलबानी का विहंगम दृश्य दिखाई देता है. यहां आप अगर जाने की सोच रहे हैं तो सितंबर माह से मई के बीच कभी भी जाया जा सकता है. भुवनेश्वर यहां का निकटतम हवाई हड्डा है।

ओडिशा राज्य का कंधमाल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ साथ हस्तशिल्प के लिए भी प्रसिद्ध है. यहां के दरिंगबाड़ी को ओडिशा का कश्मीर कहा जाता है. दिमाग को तरोताजा करने के लिए यह नगर श्रेष्ठ है. यहां का वन्य जीवन, पहाड़ व झरने पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.

आपको बता दें कि फूलबानी से करीबन 98 किलोमीटर दूर पर कलिंग घाटी है. इस घाटी के पास ही दशमिल्ला नामक स्थान है जहां पर सम्राट अशोक ने कलिंग का प्रसिद्ध युद्ध लड़ा था. कलिंगा एक्सप्रेस रेल का नाम भी यहीं से लिया गया. यह घाटी सिल्वी कल्चर गार्डन व आयुर्वेदिक पौधों के लिए भी जानी जाती है.

सैर सपाटे के लिए बेहतरीन जगह चंद्रभागा समुद्री तट

ओडिशा राज्य का चंद्रभागा समुद्री तट सैरसपाटे, नौका विहार व तैराकी के लिए बेहतरीन जगह है. अगर आप अपने कुछ खास पलों को खूबसूरत यादगार का रूप देना चाहते हैं तो यहां जरूर आएं. विश्व भर में प्रसिद्ध कोणार्क का सूर्य मंदिर जिसे वहां से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस तट पर वार्षिक चंद्रभागा मेला लगता है. इस दौरान यह तट पर्यटकों, रंगों व प्रकाश से जीवंत हो उठता है. यहां पहुंचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा भुवनेश्वर है.


एसी में बैठना नुकसानदायक

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