- करुणा इंटरनेशनल, गौरैया बचाओं अभियान चलाकर बच्चों को जागरूक कर रही है
ललितपुर। घर हमारे बड़े-बड़े हो गए हैं, पर दिल इतने छोटे कि उनमें नन्हीं-सी गौरैया भी नहीं आ पा रही। घर-घर घरेलू चिड़िया गौरैया आज अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है। करुणा इंटरनेशनल गौरैया बचाओं अभियान चलाकर बच्चों को जागरूक कर रही है। विविध प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।जिनमें बच्चे प्रतिभाग करके पर्यावरण एवं गौरैया संरक्षण के प्रति जागरूक हो रहे हैं। बच्चे गौरैया घौंसलों को लगाकर व जलपात्रों को रखकर पर्यावरण संरक्षण में महती भूमिका निभा रहे हैं। बच्चे कह रहे हैं कि गौरैया अब आ जाओं मेरे अंगना। इस अभियान में ग्रामीण बच्चों में अजय झां,रानू झां,सुरेंद्र अहिरवार, प्रशांत यादव,रितिक कुशवाहा,रोशनी, प्रवेश, प्रियंका प्रजापति,दीक्षा चंदेल,रोशनी चंदेल,लक्ष्मी कुशवाहा,रुबी कुशवाहा सहभागिता दे रहे हैं। उधर बीबीसी कालोनी चांदमारी में देवांश जैन, दिव्यांश, आयूष सिसौदिया, अभि सिसौदिया नन्हीं गौरैया को घौंसला लगाकर जलपात्रों को रखकर गौरैया संरक्षण को आगे आ रहे हैं। करूणा इंटरनेशनल के संयोजक पुष्पेंद्र जैन बताते हैं कि गौरैया पक्षी का संरक्षण करके उसे बचाने का प्रयास करें। गौरैया घौंसले लगायें और उनकी सुरक्षा स्वयं करें। गौरैया को दाना एवं पीने के लिए पानी भी रखें। हम अपने घरों एवं बगीचों में गौरैया के रहने के लिए घौंसला लगाएं। हम लोगों में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को गौरैया संरक्षण के प्रति जागरूक करें।हम कीटनाशकों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाएं। 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस धूमधाम से मनाएं। जिससे लोगों में जागरूकता भी आयेगी और नन्हीं गौरैया का संरक्षण भी हो सकेगा।