जीवित माता-पिता की सेवा करना ही सच्चा श्राद्ध- लखन लाल

मृत्युभोज के स्थान पर श्रृद्धाजंलि सभा पुण्य कार्य- मुनि पुरुषोत्तम वानप्रस्थ

ललितपुर। आर्य समाज एवं लोधी समाज की पहल पर समाज मे व्याप्त सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन के क्रम में थाना बानपुर के ग्राम डंगराना निवासी रतन सिंह राजपूत के सुपुत्र एवं राजेश कुमार, महेंद्र सिंह राजपूत के पूज्यनीय पिताजी चंदन सिंह राजपूत के निधन पर मृत्युभोज के स्थान पर श्रृद्धाजंलि सभा एवं वृक्षारोपण किया गया। आर्य समाज के प्रधान पण्डित मुनि पुरुषोत्तम वानप्रस्थ ने कहा कि वैदिक धर्मानुसार अंत्येष्टि ही अंतिम संस्कार होता है, उसके बाद के सभी कृत्य जैसे गंगादि नदियों में अस्थि विसर्जन, आत्मा की शांति के नाम पर भोज गया जी मंे पिंडदान आदि अवैदिक हैं। जिनके मरने वाले की आत्मा की सद्गति से कोई लेना देना नही हैं। आर्य समाज के मंत्री आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य ने कहा कि जीवित माता पिता की सेवा ही सच्चा श्राद्ध हैं। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र झा, जिला पंचायत सदस्य आशीष रावत, लोधी महासभा के प्रांतीय महामन्त्री गन्धर्व सिंह लोधी बाबू जी, देवेंद्र राजपूत बरौदिया जिला महामंत्री बीजेपी युवा मोर्चा, रतिराम पटेल, मुन्ना लाल राजपूत ढंगरया, रामकुमार राजपूत भैंरा, शिक्षक फूल सिंह लोधी, रिंकू राजपूत, महादेव प्रसाद सेन आदि स्वजतीय नर-नार उपस्थित रहें। संचालन आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य मंत्री आर्य समाज महरौनी एवं आभार फूल सिंह लोधी शिक्षक सुनवाहा ने जताया।

Leave a Comment

icon

We'd like to notify you about the latest updates

You can unsubscribe from notifications anytime