Veerangana Rani Laxmibai Jhansi – लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के अवसर पर आयोजित हुई अभिलेखीय प्रदर्शनी

(ललितपुर)। Veerangana Rani Laxmibai Jhansi – रानी लक्ष्मीबाई झांसी, 18 जून 2022 को वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के अवसर पर राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज सभागार में अभिलेखीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ रानी लक्ष्मीबाई के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया।

इसके उपरान्त संचालक मण्डल द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं को अवगत कराया कि देश में हर वर्ष 18 जून को महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत के गौरवशाली इतिहास में जब-जब वीरांगनाओं का जिक्र किया जाएगा, महारानी लक्ष्मीबाई की वीरता और पराक्रम हमेशा लोगों को प्रेरणा देते रहेंगे। अंग्रेजी हुकूमत के दांत खट्टे करने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की आज पुण्यतिथि है।

सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड की पहचान वीरांगना लक्ष्मीबाई से

Veerangana Rani Laxmibai Jhansi – वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई झांसी, 18 जून सन् 1858 को अंग्रेजों से मुकाबला करते हुए रानी लक्ष्मीबाई वीरगति को प्राप्त हुई थीं। हर साल 18 जून का दिन लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के रूप में उनके शौर्य की याद दिलाता है। लक्ष्मीबाई ने उस दौर में अंग्रेजों को नाको चने चबवा दिए थे, जब युद्ध के लिए सिर्फ पुरुषों को योग्य माना जाता था। लक्ष्मीबाई के युद्ध कौशल के साथ उनका मातृत्व धर्म भी इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है।

वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई झांसी, इस अवसर पर एन0सी0सी0 के छात्र ने कहा कि लक्ष्मीबाई देश की एक महान वीरांगना थी, हर नारी में उनके जैसा साहस होता है, देश में जब-जब आवश्यकता पड़ी है, नारियों ने अपना अदम्य साहस दिखाया है। देश में अनेकों ऐसे उदाहरण है जब नारियों ने अपने साहस से दुश्मनों के इरादों को पश्त किया है।

Veerangana Rani Laxmibai Jhansi – रानी लक्ष्मीबाई के शौर्य एवं बलिदान से छात्र-छात्राओं को मिली प्रेेरणा

Veerangana Rani Laxmibai Jhansi – वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई झांसी, इसके उपरान्त नगर पालिका बालिका इण्टर कॉलेज की शिक्षिका ने कहा कि आज मैं देश की महान नारीशक्ति को नमन करती हॅू। नारियों ने अपने दृढ़ विश्वास से हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनायी है, आज देश में ऐसा कोई पद नहीं जिन पर नारी शक्ति न पहुंची हो। महिलाएं आज बहुत सशक्त बन चुकी हैं। हमारे भारतवर्ष की भूमि पर अनेकों वीरांगनाओं ने जन्म लिया है, जिसमें से एक नाम रानी लक्ष्मीबाई का भी है।

आज की महिलाओं को भी उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए

उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों से लोहा लिया। आज की महिलाओं को भी उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। जिला महामंत्री भाजपा महिला मोर्चा रुचिका बुन्देला ने कहा कि हम सभी आज ऐसी वीरांगना को नमन कर रहे हैं, जिनका सम्पूर्ण जीवन एक वीरगाथा है। आज हमारे देश में महिलाओं को बहुत सम्मान दिया जाता है। उन्होंने कहा कि आप सभी से मेरा यही अनुरोध है कि मन लगाकर पढ़िए और अपने माता-पिता, अपने समाज व देश का नाम रोशन करिए।

रानी लक्ष्मीबाई के जीवन का अनुसरण करें

नगर अध्यक्ष महिला मोर्चा भाजपा अनुपमा जैन ने कहा कि आज मैं उस वीरांगना को प्रणाम करती हॅू, जिससे देश की स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया। बुन्देलखण्ड का बच्चे-बच्चे की जबान पर लक्ष्मीबाई के शौर्य की गाथाएं हैं। सभी बेटियों से अनुरोध है कि रानी लक्ष्मीबाई के जीवन का अनुसरण करें और समाज में जहां भी बुराई या अहित होता दिखे, उसके खिलाफ आवाज उठाएं।

इसके उपरान्त जिला बचत अधिकारी मन्तिशा ने कहा कि आज सभी बच्चे उनके लिए प्रार्थना करें, जिन्होंने देश की स्वंतत्रता के लिए अपना बलिदान दिया है। हम सभी उनको शत-शत नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि आप किसी भी पद पर रहे, यदि आप एक व्यक्ति का भी जीवन बदल सकते हैं तो यह भी देश सेवा है। सभी बच्चे रानी लक्ष्मीबाई से प्रेरणा लेकर अपना लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ें।

जिलाध्यक्ष भाजपा महिला मोर्चा लक्ष्मी रावत ने कहा कि आज हम सभी यहां वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को नमन करने के लिए उपस्थित हुए हैं। रानी ने अपने जीवन काल में एक शब्द कहा था कि ‘‘मैं अपनी झांसी किसी को नहीं दूगीं’’ और उन्होंने अपना बलिदान दे दिया परन्तु झांसी नहीं दी। रानी लक्ष्मीबाई से प्रेरणा लेकर हम सभी अपने जीवन में ऐसा कार्य करें, कि लोग हमारे बाद भी हमें याद रखें। उन्होंने कहा कि देश के प्रति समर्पण का भाव रखें, अपने शिक्षकों का सम्मान करें, मन लगाकर पढें और देश का नाम रोशन करें।

प्रधानाचार्या नगर पालिका बालिका इण्टर कॉलेज नमिता गुप्ता ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई जन्म से ही बहादुर एवं देशभक्त थीं, उन्होंने बाल्यावस्था से ही घुड़सवारी, तलवारबाजी एवं शास्त्रों का ज्ञान प्राप्त किया। देश की बेटियां भी रानी लक्ष्मीबाई की तरह हर क्षेत्र में ज्ञान प्राप्त करें और आगे बढ़ें। आज हर क्षेत्र में महिलाओं का सम्मान किया जाता है।

समाजसेवी डॉ0 एस0 कौर ने कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई बुन्देलखण्ड ही नहीं अपितु सम्पूर्ण देश की आन-बान-शान हैं। उन्होंने देश पर खुद को न्यौछावर कर दिया और अंग्रेजों से अपना साहस का लोहा मनवाया। छात्राएं रानी लक्ष्मीबाई से प्रेरणा लेकर आगे बढे़ और अपना लक्ष्य प्राप्त करें।

प्रधानाचार्या बालिका इण्टर कॉलेज पूनम मलिक ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई के नाम से सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड की पहचान है। उन्होंने अपने जीवन, साहस और शौर्य को आज हम सभी शत-शत नमन करते हैं। भारत वह देश हैं जहां प्राचीन काल से ही नारियों का सम्मान किया जाता है। भारत को स्वंतत्रता दिलाने में नारियों ने अहम योगदान दिया है।

उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई सर्वगुण सम्पन्न थीं, देश के स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों से लोहा लेकर उन्होंने अपना नाम अमर कर दिया। हम सभी गौरान्वित हैं कि हमने इस वीरभूमि पर जन्म लिया है। ऐसे समय में जब अंग्रेज हर तरह से सक्षम थे और हम उनका मुकाबला नहीं कर सकते थे, ऐसे समय में रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों से अपनी वीरता का लोहा मनवाया था। छात्राएं रानी लक्ष्मीबाई से प्रेरणा लेते हुए अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ें और बुन्देलखण्ड का नाम रोशन करें।

इसके उपरान्त मंचासीन अतिथियों सहित छात्र-छात्राओं ने बलिदान दिव के अवसर पर आयोजित अभिलेखीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष भाजपा महिला मोर्चा लक्ष्मी रावत, जिला महामंत्री भाजपा महिला मोर्चा रुचिका बुन्देला, नगर अध्यक्ष भाजपा महिला मोर्चा अनुपमा जैन, समाजसेवी डा. एस0कौर, जिला बचत अधिकारी मन्तिशा, प्रधानाचार्या रा0बा0इ0कॉ0 पूनम मलिक, प्रधानाचार्या न0पा0बा0इ0कॉ0 नमिता गुप्ता सहित विद्यालय की शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।


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