रोज़ हाथ में आने वाला नोट असल में “कागज़” नहीं होता!
देश में नोट बनाने की चार प्रिंटिंग प्रेस हैं
नासिक, देवास, मैसूर और सालबोनी।
कागज क्यों नहीं इस्तेमाल होता?
क्योंकि साधारण कागज जल्दी फट जाता है, जबकि कॉटन-लिनन मिक्स नोट को मज़बूती देता है।
नोट पानी में क्यों नहीं गलते?
कपास के रेशे से बने होने के कारण ये पानी से थोड़ा बच जाते हैं, लेकिन पूरी तरह वॉटरप्रूफ नहीं होते।
भारतीय नोट
कागज़ से नहीं
बल्कि कॉटन और लिनन (कपास) के मिश्रण से बनाए जाते हैं।
नोट का असली मटीरियल
रिज़र्व बैंक के मुताबिक, नोटों में लगभग 75% कॉटन और 25% लिनन का उपयोग होता है।