आनलाइन रिश्ता बनाते समय..आज कल ऑनलाइन रिश्ता बनाने का चलन आमतौर पर काफी बढ़ गया है, ऐसे रिश्ते बनाने से पहले हमें अनेक प्रकार की सावधानियां बरतना चाहिये.
ऐसे रिश्तों की हकीकत कुछ और
आनलाइन रिश्ता बनाते समय..आज कल के इस डिटिजल रिश्तों के दौर के चलन में हमें अपनी जिंदगी भी बर्वाद करनी पड़ती है. कुछ लोग ऐसे रिश्तों के मकड़जाल में ऐसे फंस जाते हैं कि उनको अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ जाता है. डिटिजल रिश्तों में कई ऐसे उदाहरण स्पष्ट रूप से देखने को मिल हैं कि ऐसे व्यक्ति फर्जी तरीके से अपनी मैरिज साईट पर प्रोफाइल बना लेते हैं और इसके बाद वह ऐसी लड़कियांे के सम्पर्क में आ जाते हैं, ऐसे फर्जी लोग उन लड़कियों से खूब बात करते हैं और उनका दिल जीत लेते हैं, लेकिन शादी को लेकर ऐसे लड़के लड़कियों को टालते रहते हैं जब हकीकत सामने आती है तो वह एक शादीशुदा व्यक्ति निकलते हैं.
वर्तमान समय के परिवेश में ऐसी डेटिंग साइटें वैभव जैसा इरादा रखने वाले बहुरूपियों के लिए एक आसान विकल्प बन गई है. आपको बता दें कि डेटिंग की दुनिया दिन-प्रतिदिन क्रूर होती जा रही है. ऐसे में ऑनलाइन रिलेशन में घोस्टिंग, मूनिंग और ब्रेडक्रम्बिंग इत्यादि धोखेबाजी के तरीके के बाद किटेनफिशिंग एक नया टर्म आया है जिससे आपको सतर्क रहने की जरूरत है. आनलाइन रिश्ता बनाते समय..
आनलाइन रिश्ता बनाते समय..आखिर किटेनफिशिंग क्या है?
यदि आप समझ रहे हैं कि किटेनफिशिंग का सम्बन्ध डेट पर पालतू जानवर ले जाने या मछली पकड़ने से है तो आप गलत हैं. किटेनफिशिंग, “ऑनलाइन डेटिंग की दुनिया में अपनाया जाना वाला एक हथकंडा है जहाँ एक व्यक्ति वैसा बनने या दिखाने का नाटक करना है जो वास्तव में नहीं है”. यहाँ किटेनफिशर्स पुरानी और भ्रामक फोटो के जरिये स्वयं को अवास्तविक रूप में पेश कर सामने वाले को लुभाने का हरसंभव प्रयास करते है. जैसे उम्र, लम्बाई, पसंद इत्यादि के बारे में गलत जानकारी देकर आकर्षित करना. इसी आकर्षण से एक फंसाने की शुरूआत होती है.
कैसे फंस जाते है लोग
डिजिटल दुनियां में ऑनलाइन डेटिंग के जाल में ज्यादातर वे लोग फंस जाते है जो डिजिटल वर्ल्ड में पहली बार कदम रखते है और इमोशनल होते हैं. और ऐसे लोग सामने वाले की बातों में आसानी से आ जाते है. इसके अलावा ऐसे लोग भी फंस जाते हैं जो बाहरी दुनिया से कम लगाव रखते है और अकेलेपन से छुटकारा पाना चाहते है. ऐसे में ऑनलाइन डेटिंग एप्लीकेशन और साईटो पर दोस्ती करना या साथी ढूँढना एक आसान विकल्प के रूप में उनके सामने उपलब्ध होता है.
इनसे कैसे बच सकते हैं
हमें ऐसे फर्जी लोगों से बचने के लिए स्वयं सतर्क रहने की जरूरत है जिसके लिए आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए. जैसे यदि आप ऑनलाइन रिश्ता देख रहे है तो एकदम से सामने वाले पर विश्वास ना करें. उनकी बात सुनकर उत्साहित ना हो, ना ही मिलने की जल्दीबाजी करे. मिलने से पहले फोन पर बात करें, विडिओ कालिंग करे. मिलने के बाद भी उसे जांचना परखना ना छोड़े. उसके घर-परिवार और दोस्तों के बारे में जाने और उनसे मिलने की बात करें. साथ ही उसे भी अपने परिवार और दोस्तों से मिलाये.
अगर इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए सतर्कता बरतते हैं तो सही साथी के तलाश में ऑनलाइन डेटिंग या मत्रिमोनिअल साईटें भी काफी उपयोगी साबित हो सकती है. ऐसे ना जाने कितने लोग हैं जिन्हें ऑफलाइन से बेहतर जीवनसाथी ऑनलाइन मिल जाते है. ऐसे में कहना गलत ना होगा, इरादा साफ रखे तो कोई भी जरिया गलत नहीं होता है, बस हमें पूरी सतर्कता से काम लेना चाहिए कोई जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए.
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