ललितपुर। डीपीएम कार्यालय में हेल्थ वेलनेस सेंटर पर कार्य करने वाले सीएचओ को लैपटॉप एवम प्रिंटर का वितरण किया गया। इससे उन्हें विभिन्न प्रकार की योजनाओं की रिपोर्टिंग पोर्टल में फॉर्म चढ़ाना आसान हो जाएगा, साथ ही टेली मेडिसन टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से प्राप्त दवाइयों के पर्चो का प्रिंटआउट भी निकाल सकेंगे।
जनपद के विभिन्न ग्रामों में 154 हेल्थ वेलनेस सेंटर विकसित किए गए हें। इन सेंटरों पर एनसीडी, नॉन कम्युनिकेवल डिसीज, टीबी, टीकाकरण सहित कुल 15 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाए प्राप्त हो रही हें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा जीपी शुक्ला ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के आधारभूत ढांचे को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है, जिसके तहत कई महत्वपूर्ण योजनाएं प्रदेश में चलाई जा रही हैं।
इसी क्रम में जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कुल 154 उप स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ वेलनेस सेंटर में तब्दील किया जा रहा है। वर्तमान में 73 हेल्थ वेलनेस सेंटर क्रियाशील हैं। इससे उन ग्रामों में भी उपचार आसान हो जाएगा, जहां पर उप स्वास्थ्य केंद्र की सीमित सेवाए हें। बीते माहों में नगर क्षेत्र के नेहरू नगर एवं गोविंद नगर स्थित स्वास्थ्य केंद्र को हेल्थ वेलनेस सेंटर में बदला चुका है।
इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में भी हेल्थ वेलनेस सेंटर विकसित किए जा रहे हें। इन सेंटरो पर लोगों को 15 प्रकार की उपलब्ध सेवाओ का लाभ दिया जा रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डा डीसी दोहरे ने कम्युनिटी हेल्थ आफीसर को लैपटॉप एवम प्रिंटर वितरित करते हुए कहा कि जब जिले में लक्ष्य के सापेक्ष सभी हेल्थ वेलनेस सेंटर क्रिया शील हो जाएंगे, उसके उपरांत ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इलाज के लिए जिला मुख्यालय पर नही आना पड़ेगा और उन्हे स्थानीय स्तर पर विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सकेगा।
डीसीपीएम गणेश ने बताया कि जिले में हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सीएचओ द्वारा अपनी सेवाएं दी जा रही हैं। उनका वेक्सीनेशन से लेकर कोविड मैनेजमेंट में भी सहयोग मिल रहा है। शासन द्वारा 100 लैपटॉप वितरण का लक्ष्य रखा गया है। इसके सापेक्ष अभी 50 लैपटॉप वितरित किए गए हैं। अन्य सीएचओ को भी लैपटॉप उपलब्ध होने पर वितरित किए जाएंगे।
प्रसव पूर्व गर्भवती महिलाओं की जांच, संस्थागत प्रसव, गंभीर रूप से बीमार नवजात शिशुओं का चिन्हांकन, बच्चों का टीकाकरण, क्षय रोग की जांच, उच्च रक्तचाप की जांच व उपचार, मधुमेह की जांच व उपचार, टेलीकंसल्टेशन सेवाएं, वार्षिक कैलेंडर के अनुसार आयोजित वेलनेस गतिविधियां, जन आरोग्य समिति की मासिक बैठक, शहरी स्वास्थ्य व पोषण दिवस का आयोजन शामिल है।