सड़क दुर्घटना | Road accident | false allegation of hitting a car on the road | सड़क पर गाड़ी टकराने का झूठा इल्जाम |
road accident false allegation : इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम राह चलते कभी भी सावधान नहीं रहते हैं, जिस कारण हमारी गलती न होने के बावजूद भी व्यक्ति हम पर ही झूठा इल्जाम लगाने लगता है और झगड़ता है, ऐसी स्थिति से निपटने के लिए और अपने आपको बेगुनाह साबित करने के लिए आप क्या करें उस समय पर तो हम आपको कुछ जरूरी टिप्स बता रहें हैं जो आपको ऐसी स्थिति होने पर सत्य साबित करेंगे।
road accident false allegation : कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हुआ था। जिसमें एक महिला और पुरूष स्कूटी से लड़खड़ाकर गिर जाते हैं और पीछे बाइक से आ रहे व्यक्ति पर टक्कर मारने का इल्जाम लगाते हैं। जबकि बाइक पर सवार व्यक्ति उस स्कूटी से काफी दूर था। उस व्यक्ति ने हेलमेट पर कैमरा लगा रखा था जिस कारण वह खुद को उसी समय निर्दोष साबित कर पाया था। इससे पहले भी ऐसी कई घटनाएं सामने आयी हैं। ऐसी स्थिति आपके सामने आए, इसके लिए आप भी पहले से सतर्क रहंे।
अगर ऐसी स्थिति आए तो आप क्या करें…
- लड़ाई झगड़ा बिल्कुल न करें
अगर कोई आप पर गाड़ी से टक्कर मारने का इल्जाम आप पर लगा रहा है तो उस शख्स से शांति से पेश आएं। वह आप पर चिल्लाकर गुस्सा कर रहा है या हाथापाई पर उतर आया है, तो केवल अपना बचाव करने की कवायद करें और अपनी तरफ से उसके सामने नम्रता से पेश आएं।
- उस स्थिति को रिकॉर्ड करें
road accident false allegation : सड़क पर कोई आपके आगे चल रहा है और आपकी गाड़ी उसके पीछे चल रही है, वह किसी कारण बस गिर गया है तो व कोशिश करता है कि अपने पीछे वाले पर इल्जाम लगाया जाये, तो आप उस समय इल्जाम लगा रहे शख्स की गाड़ी और आपकी गाड़ी की तस्वीर मोबाइल कैमरे से जरूर लें क्योकि गाड़ियों में टक्कर हुई भी है या नहीं, इसका प्रमाण आपके पास सुरक्षित हो जाएगा। यह इस लिहाज से भी जरूरी है कि अगर झगड़े के बाद वो आपको फंसाने के लिए बाद में गाड़ी पर स्क्रैच मारता है या हानि पहुंचाता है तो आपके पास सुरक्षा के लिए सबूत मौजूद होंगे।
इस बारे में वकील से बात करें
इस स्थिति की दुर्घटना होने पर आप वकील से सम्पर्क करें और पूरी घटना के बारे में बताएं। आप जिस स्थिति में हैं उस दौरान क्या करना है और किन गलतियांे से बचना है, वकील इस पर बेहतर सलाह आपको देगा।
- इसके सबूत इकट्ठा करें
सड़क या आस पास की दुकानों पर लगे सीसीटीवी की फुटेज आप इकट्ठा कर लें। चश्मदीद गवाह जैसे दुकानदार आदि से बात करें और उन्हें गवाह के तौर पर पेश होने की दरख्वास्त करें।
इस बारे में क्या कहता है कानून
ऐसी स्थिति होने पर आखिर क्या कहता है कानून वह आगे हम बता रहे हैं। झूठे व्यक्ति के खिलाफ आप आईपीसी की धारा 211 के तहत केस दर्ज कर सकते हैं। ऐसे मामलों में दोषी पाए जाने पर दो साल की कैद भी हो सकती है। झूठी रिपोर्ट लिखने वाले अधिकारी पर भी आईपीसी की धारा 182 के तहत कार्रवाई की मांग कर सकते हैं। दोषी पाए जाने पर 6 साल तक की सजा या एक हजार तक का जुर्माना या दोनों भी हो सकते हैं।
संविधान के अनुच्छेद 226 के तहत एफआईआर को रदद करने के लिए वकील के माध्यम से हाई कोर्ट में रिट (याचिका) कर सकते हैं। एफआईआर गलत लगने पर कोर्ट उसको रदद कर सकता है। संविधान एफआईआर में चार्जसीट आने पर सीआरपीसी की धारा 482 के तहत हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र के साथ बेगुनाही के सबूत जैसे वीडियो-ऑडियो रिकॉडिंग, फोटोग्राफ, दस्तावेज संलग्न कर सकते हैं। जब तक मामला कोर्ट में चलेगा, पुलिस आपको गिरफ्तार नहीं कर सकती है।
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