Shinzo Abe Killing 2022: जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे पर गोली चलने से क्यों चिंता में है जापान

Shizo Abe Murder | Shinzo Abe Killing 2022 | पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे | Shinzo Abe |

Shinzo Abe Killing 2022: दुनिया के उगते सूरज जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिजो आबे की एक जनसभा में गोली मारकर हत्या कर दी गई. शिंजो आबे की हत्या के बाद देश में कई सवाल खड़े हो रहे क्योंकि जापान में बंदूक को लेकर सख्त कानून हैं और ये बेहद शांतिप्रिय देश है. एक देश में इस प्रकार की हत्या से पूरी दुनिया में अनेक सवाल खडे़ हो रहे हैं।

Japan Shizo Abe Murder: पूर्व पीएम शिंजो आबे (Japan) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना पूरी दुनियो के लिए बेहद दुखद है। शिंजो आबे (Shinzo Abe) को उस वक्त गोली मारी गई जब वो एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इससे जाहिर होता है कि हत्यारा अपने मंसूबों में इसलिए कामयाब हो सका क्योंकि आबे की सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरती गई और उनकी सुरक्षा को लेकर चौकसी नहीं थी.

गोली लगने से मृत अवस्था में जमीन पर पड़े शिंजो आबे
गोली लगने से मृत अवस्था में जमीन पर पड़े शिंजो आबे

बता दें कि शिंजो आबे की हत्या विश्व स्तर पर इसलिए भी चौंकाती है क्योंकि जापान को सबसे सुरक्षित और शांतिप्रिय देशों में से एक माना जाता है। इसके अलावा आधुनिक तकनीकी के सबसे बड़े केंद्र के रूप में विकसित होने के बाद भी यहां के लोग बेहद ही साधारण जीवन जीने में यकीन रखते हैं. इस तरह का जीवन यहां की संस्कृति से जुड़ा हुआ है. यहां बंदूक रखने को लेकर कानून बेहद सख्त है. आइए जानते हैं यहां बंदूक रखने को लेकर कानून कितना सख्त है।

जापान के लोकप्रिय नेता थे शिंजो आबे

पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे जापान के सबसे लोकप्रिय नेता थे, उनके कार्यकाल में जापान ने तरक्की की अनेकों नई ऊंचाईयों को छुआ है, आबे की हत्या से पूरा जापान शोक की लहर में डूबा हुआ है, उनकी हत्या से हर एक जापानी को बहुत दुख है।

बंदूक के लाइसेंस लेने के लिए यहां यह हैं नियम

  • जानकारी के मुताबिक जापान में सिर्फ एयर राइफल और शॉटगन की बिक्री की अनुमित दी गई है।
  • इनका लाइसेंस लेने के लिए भी लिखित परीक्षा पास करनी होती है।
  • ये परीक्षा लाइसेंस मिलने के बाद भी हर तीन साल पर देनी होती है।
  • शूटिंग रेंज में 95 प्रतिशत एक्यूरेसी के साथ निशानेबाजी का टेस्ट पास करना होता है।
  • इन सभी चीजों के साथ ही लाइसेंस लेने वाले व्यक्ति की मानसिक स्थिति, ड्रग्स टेस्ट और क्रिमिनल बैकग्राउंड की भी जांज होती है।
  • जापान में हर साल पुलिस वैरिफिकेशन होता है।
  • लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए भी लिखित परीक्षा देनी होती है।
  • जापान में प्राइवेट गन रखने वालों की संख्या बेहद कम है।

आखिर क्या कहते हैं आंकड़े?

जापान में 400 लोगों पर एक इंसान को गन लाइसेंस मिलता है. साल 2018 में तापान में हुई गोलीबारी में 9 लोगों की मौत हुई. जबकि यही आकंड़े अमेरिका के देखे जाएं तो यहां 39740 लोगों की मौत गोली बारी में हुई. वहीं लाइसेंस लेने की बात की जाए तो अमेरिका में 400 लोगों पर 480 गन लाइसेंस मिले हुए हैं यानी आबादी से ज्यादा लाइसेंस बांटे गए हैं।

इससे पहले कब हुई किसी नेता की हत्या

  • जापान देश में गोली मारकर किसी की हत्या करना आम बात नहीं है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जहां दुनिया के दूसरे देशों में गोली से हत्या करने की घटनाएं न जाने कितनी हुई होंगी लेकिन जापान में आखिरी बार किसी नेता की गोली मारकर हत्या साल 2007 में हुई थी जब नागासाकी के मेयर इतो इचो की एक बंदूकधारी ने हत्या की थी।
  • आखिरी बार इससे पहले नेशनल पुलिस एजेंसी के तत्कालीन कमिश्नर जनरल कुनिमात्सु ताकाजी को 1995 में टोक्यो में उनके आवास के सामने गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था।
  • वर्ष 1994 में पूर्व प्रधानमंत्री होसोकावा मोरीहिरो पर तोक्यो के एक होटल में दक्षिणपंथी समूह के एक पूर्व सदस्य ने गोली चलाई. हादसे में मोरीहिरो को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
  • साल 1992 में एक दक्षिणपंथी बंदूकधारी ने लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के तत्कालीन उपाध्यक्ष कनेमारु शिन पर देश के कोचीगी प्रीफेक्चर में गोली चलाई थी. कानेमारु हालांकि इस हमले में घायल नहीं हुए थे।
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