सोलर से कैसे करें, बिजली की बचत

उपकरणों को सोलर में बदलें, बिजली की खपत होगी कम

सोलर से कैसे करें, बिजली की बचत, हमारे घर में तरह-तरह की विद्युत लाइट्स, एयर कंडीशनर, अनेक गैजेट्स आदि से बिजली तो खर्च होती ही है साथ ही यह बिजली का बिल भी बढ़ाती हैं। वर्तमान समय में बिजली का संकट गहराता जा रहा है, इसलिए इसकी खपत पर ध्यान देना बहुत ही आवश्यक है। आमतौर पर घर के बाहर जलने वाली लाइट्स से बिजलीकी खपत अधिक होती है।

इनको जलाने या उपयोग करने के लिए यदि सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाए तो काफी हद तक बिजली की खपत हम कम कर सकते हैं। सोलर पैनल पर आधारित कुछ यंत्र हम घर पर ला सकते हैं और उनका अपने गैजेट्स को चार्ज करने में इस्तेमाल कर सकते हैं।

सोलर एनर्जी पर चलने वाले यह हैं कुछ उपकरण

सोलर से कैसे करें, बिजली की बचत, सोलर एनर्जी पर आधारित प्रॉडक्ट्स सूरज के होने पर बिजली पैदा करते हैं। कड़ी धूप में ये तेजी से काम करते हैं, जबकि कम धूप होने पर इनकी कार्य क्षमता भी कम हो जाती है। बारिश के दिनों में ये काम नहीं करते, लेकिन उस स्थिति से निपटने के लिए ज्यादातर प्रॉडक्ट्स में ग्रिड से बिजली प्राप्त करने का विकल्प भी होता है यानी इन्हें बिजली से चलाया जा सकता है। यहां हम आपको सोलर एनर्जी से चलने वाले ऐसे ही कुछ प्रॉडक्ट्स की जानकारी दे रहे हैं। इनका इस्तेमाल करने से आप अपने बिजली बिल को कम करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे सकते हैं।

एयर कंडीशनर और हीटर

एयर कंडीशनर और हीटर से बिजली और्र इंधन दोनों की खपत होती है। बिजली से चलने वाले एसी और हीटर को सोलर एसी और हीटर से बदल सकते हैं। यह सूर्य की रोशनी से चार्ज होकर काम करते हैं। सोलर वॉटर हीटर और एसी में बैकअप के लिए इनबिल्ट इलेक्ट्रिक हीटिंग एलिमेंट होता है जो बरसात या बादल होने पर भी काम करता है।

मोबाइल पावर बैंक

मोबाइल के पावर बैंक को भी चार्ज करना पड़ता है। ऐसे में जब बिजली न मिले या आप ऐसे स्थान पर हो जहां चार्जिंग प्वाइंट मौजूद न हो तो पावर बैंक दोबारा चार्ज नहीं किया जा सकता। लिहाजा सोलर पावर बैंक को कहीं भी और कभी धूप में रखकर चार्ज कर सकते हैं। पावर बैंक को बार-बार चार्ज करने में जो बिजली खर्च होती है उससे भी राहत मिलेगी।

फाउंटेन इस्तेमाल

हमारी बगिया में पौधों के बीच छोटा सा फाउंटेन आकर्षक लगता है, लेकिन बिजली भी खर्च होती है। सोलर फाउंटेन से बगिया सजाना बेहतर विकल्प होगा। इसमें सोलर पैनल लगा होता है। जो सिर्फ पानी में रखने से काम करने लगता है। इससे करंट लगने का डर भी नहीं होता। खासतौर पर पक्षियों और जानवरों को इससे कोई खतरा नहीं हैं।

हमारे घर के दरवाजे के लेम्प

अमूमन घरों में बाहर के मुख्य दरवाजे पर यानी की दरवाजे के दोनों छोर पर लाइट लगी होती हैं। इससे रोशनी रहती है और घर की संुदरता भी बढ़ाती है। किन्तु रातभर इन्हें जलाना यानी उतनी ही बिजली खर्च करना। यहां भी सोलर लाइट्स लगा सकते हैं। सूरज की रोशनी में ये दिनभर चार्ज होंगी और रात भर रोशनी देंगी।

सोलर एनर्जी क्या है

सूरज की गर्मी में जहां कपड़े, पापड़ आदि ही सुखाए जाते थे, वहीं अब इससे बिजली की सप्लाई भी मुमकिन हो रही है। सोलर पैनल द्वारा सोलर एनर्जी को बिजली में बदल दिया जाता है। इसके लिए पैनल को छत पर रखा जाता है, जहां उस पर सूरज की सीधी धूप आती हो। गौरतलब है कि अपने देश में लगभग 250-300 दिन सूरज निकलता है जिसके कारण यहां सोलर एनर्जी की बहुत ज्यादा संभावनाएं हैं।


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